आज के समय में एलपीजी गैस सिलेंडर हर घर की एक अहम जरूरत बन चुका है। खाना पकाने के लिए लोग मुख्य रूप से एलपीजी गैस का उपयोग करते हैं, क्योंकि यह आसान और सुविधाजनक है। लेकिन, हाल ही में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव देखा गया है, खासकर कमर्शियल सिलेंडरों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इस लेख में हम एलपीजी गैस सिलेंडर की नई कीमतों और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों पर विस्तार से बात करेंगे।
एलपीजी गैस सिलेंडर के प्रकार
एलपीजी गैस सिलेंडर मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
1. घरेलू गैस सिलेंडर: यह 14.2 किलोग्राम का होता है और घरों में खाना पकाने के लिए उपयोग किया जाता है।
2. कमर्शियल गैस सिलेंडर: यह 19 किलोग्राम का होता है और इसका उपयोग रेस्त्रां, होटल और अन्य व्यावसायिक स्थानों में किया जाता है।
एलपीजी गैस सिलेंडर में लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) भरी जाती है, जिसमें प्रोपेन और ब्यूटेन गैस का मिश्रण होता है। यह गैस जलने पर अधिक गर्मी उत्पन्न करती है, जिससे खाना जल्दी पकता है।
एलपीजी गैस सिलेंडर की नई कीमतें
सितंबर 2024 में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव हुआ। खासकर कमर्शियल गैस सिलेंडरों की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई।
कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतें
1 सितंबर 2024 से कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में ₹39 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। दिल्ली में अब 19 किलोग्राम का कमर्शियल सिलेंडर 1691 रुपये में उपलब्ध है। अन्य शहरों की कीमतें इस प्रकार हैं:
- मुंबई: 1605 रुपये
- कोलकाता: 1764 रुपये
- चेन्नई: 1817 रुपये
यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से तेल की कीमतों और अन्य संबंधित लागतों के कारण हुई है, जिससे व्यावसायिक उपयोगकर्ता अधिक खर्च का सामना कर रहे हैं।
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें स्थिर
हालांकि कमर्शियल सिलेंडरों की कीमतें बढ़ी हैं, घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। 14.2 किलोग्राम के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें निम्नलिखित हैं:
- दिल्ली: 803 रुपये
- मुंबई: 800 रुपये
- कोलकाता: 800 रुपये
- चेन्नई: 818 रुपये
इस स्थिरता से घरेलू उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि बाजार की परिस्थितियों और अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों के आधार पर भविष्य में बदलाव हो सकते हैं।
क्यों होती है गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी?
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें विभिन्न कारकों पर निर्भर करती हैं। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
– अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें: जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो एलपीजी की कीमतों में भी वृद्धि होती है।
– मुद्रा विनिमय दर: डॉलर और भारतीय रुपये के बीच विनिमय दर भी एलपीजी की कीमतों को प्रभावित करती है।
– सरकारी सब्सिडी: सरकार घरेलू गैस सिलेंडरों पर सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे उनकी कीमतें स्थिर रहती हैं। लेकिन कमर्शियल सिलेंडरों पर कोई सब्सिडी नहीं दी जाती, इसलिए उनकी कीमतें अक्सर बढ़ जाती हैं।
कैसे बचाएं गैस सिलेंडर की लागत?
गैस की बढ़ती कीमतों के बीच, उपभोक्ताओं के लिए कुछ उपाय हैं जिससे वे अपनी गैस की लागत बचा सकते हैं:
1. गैस का सही उपयोग: खाना बनाते समय गैस को धीमी आंच पर रखें और बर्तन को ढक कर खाना पकाएं। इससे गैस की खपत कम होगी।
2. सही बर्नर का इस्तेमाल: समय-समय पर गैस बर्नर की सफाई और उसकी देखभाल करें, ताकि वह सही तरीके से काम करे और गैस की खपत कम हो।
3. आधुनिक कुकिंग उपकरणों का उपयोग: प्रेशर कुकर और माइक्रोवेव जैसे उपकरण गैस की खपत को कम कर सकते हैं।
एलपीजी गैस सिलेंडर आज के समय में हर घर की जरूरत बन गया है। हाल ही में, कमर्शियल सिलेंडरों की कीमतों में वृद्धि देखी गई है, जबकि घरेलू सिलेंडरों की कीमतें स्थिर रही हैं। इसके बावजूद, उपभोक्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और अपने बजट को सही तरीके से प्रबंधित करना चाहिए। सरकार द्वारा समय-समय पर दी जाने वाली सब्सिडी और नई योजनाओं से घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है।