शादी का सीजन शुरू होने वाला है, और इसी समय में सोने और चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है। दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना अब 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे आ गया है, जो कि पिछले दिनों से कम कीमत है। इस लेख में हम सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट का कारण, वायदा बाजार का हाल और निवेशकों के लिए मौजूदा स्थिति का विश्लेषण करेंगे।
1. सोने की कीमत में गिरावट
शादियों के सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे इसकी कीमतों में भी उछाल देखने को मिलता है। लेकिन इस बार स्थिति कुछ अलग है। दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 450 रुपये की गिरावट के साथ 79,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गया, जो कि पिछले कारोबारी सत्र में 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इसके अतिरिक्त, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 450 रुपये घटकर 79,150 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक जतीन त्रिवेदी के अनुसार, डॉलर की मजबूती के कारण सोने की कीमतों में यह गिरावट देखी जा रही है।
2. चांदी की कीमत में गिरावट
सोने के साथ ही चांदी की कीमत में भी गिरावट आई है। दिल्ली में चांदी की कीमत 600 रुपये कम होकर 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो कि पिछले सत्र में 94,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर थी। इसी तरह, एशियाई बाजार में भी चांदी की कीमत 31.52 डॉलर प्रति औंस पर बनी हुई है। वैश्विक बाजार में कमजोरी के रुझान का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है, जिससे सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है।
3. कीमतों में गिरावट के पीछे के कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी और डॉलर इंडेक्स में मजबूती है। अमेरिकी डॉलर की मजबूती से सोने-चांदी जैसे कीमती धातुओं पर दबाव बना है। इसके अतिरिक्त, अमेरिकी बॉन्ड की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण भी सोने की मांग में कमी देखी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी जीत के बाद अमेरिकी बॉन्ड की कीमतों में सुधारात्मक रुझान देखने को मिला है, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट आई है।
4. वायदा बाजार में सोने-चांदी की स्थिति
कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण वायदा कारोबार में भी सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने के दिसंबर महीने के अनुबंध का भाव 531 रुपये की गिरावट के साथ 76,741 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। इसमें लगभग 10,052 लॉट का कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 0.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,678.80 डॉलर प्रति औंस रह गया है। चांदी की वायदा कीमत भी 484 रुपये की गिरावट के साथ 90,785 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुँच गई है।
5. क्या है निवेशकों के लिए मौजूदा स्थिति?
निवेशकों के लिए मौजूदा समय में यह स्थिति अवसर प्रदान कर सकती है। सोने और चांदी की कीमतें कम होने से उन लोगों के लिए अच्छा मौका है जो लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं। शादी के सीजन में अक्सर सोने और चांदी की मांग बढ़ जाती है, जिससे इसकी कीमतों में तेजी देखने को मिलती है। यदि आप सोने-चांदी में निवेश करना चाहते हैं, तो इस गिरावट के समय निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, निवेश करने से पहले बाजार के रुझान का गहराई से अध्ययन करना जरूरी है।
6. सोने और चांदी के निवेश के अन्य विकल्प
आज के समय में सोने और चांदी में निवेश करने के कई विकल्प उपलब्ध हैं। आप सर्राफा बाजार से आभूषण खरीद सकते हैं या गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा, सोने-चांदी में निवेश के लिए सोवरेन गोल्ड बॉन्ड और डिजिटल गोल्ड भी अच्छे विकल्प हैं। गोल्ड ETF में निवेश करने से आपको सोने के दामों के उतार-चढ़ाव का सीधा लाभ मिलता है और यह भौतिक सोने के रूप में रखने का विकल्प देता है। डिजिटल गोल्ड के माध्यम से भी आप बिना सोना खरीदे इसके दामों में बढ़ोतरी का लाभ उठा सकते हैं।
7. सोने-चांदी में भविष्य का रुझान
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में भी सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। वैश्विक बाजार की स्थिति, अमेरिकी बॉन्ड का मूल्य, और डॉलर की मजबूती-इन सभी का प्रभाव सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ता है। इसलिए, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानीपूर्वक बाजार का विश्लेषण करें और समझदारी से निवेश करें।
शादी का सीजन शुरू होने से पहले सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आई है, जो कि खरीदने वालों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है। मौजूदा समय में यदि निवेशक समझदारी और योजना बनाकर निवेश करते हैं, तो उन्हें भविष्य में अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना है।